Saturday, June 24, 2017
वो हद से ज्यादा खूबसूरत है
उसे उसका अहम मार गया।
ऐ दोस्त! वो भी मुझसे प्यार
करती है
मुझे ये वहम मार गया।।
ऐ दोस्त! बड़ा अजीब है मेरे घर का आईना भी।
जब भी देखता हूँ मैं तो दिखाता है उसका अक्स।।
चाहत क्या होती है तुमसे मिलकर जाना मैंने।
वरना हर बात को हँसी में उड़ाना आता था मुझे।
Thursday, June 22, 2017
बस यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने.
कि इल्जाम भले ही झूठे हैं पर लगाये तो तुमने हैं
ख़ुशी का मत इज़हार कर
,
गम को भी दर किनार कर
जीवन इसी का नाम है
,
बस प्यार ले और प्यार कर
मेरी लड़खड़ाहट तुम
,
मुझ तक ही रहने दो
जो बात मैंने होश की कर दी
,
तो बेहोश हो जाओगे ..
Tuesday, June 20, 2017
मैं तो शमा हूँ तेरे आशियाने की
कभी ना कभी तो बुझ जाऊंगी
…
आज शिकायत है तुझे मेरे उजाले से
कल अँधेरे में बहुत याद आऊंगी
…
आँखें भिगोने लगी है अब तेरी बातें...!
काश तुम
अजनबी ही रहते....तो अच्छा था.
आज आईने के सामने खड़े होकर
खुद से माफ़ी मांग ली मैंने ...
सबसे ज़्यादा खुद का ही दिल दुखाया है
औरों को खुश करने में ..
Saturday, June 17, 2017
दोस्तो दिलों मे बसाये फिरा करते हैं मुझे.....
मेरी शोहरत किसी अखबार की मोहताज नहीं.....!!!
वो मुझसे दूर रहकर अगर खुश है तो खूश रहने दो उसे!!
मुझे वैसे भी उसकी चाहत से ज़्यादा मुस्कुराहटपसंद है.
मैँ कभी बुरा नही था उसने मुझे बुरा कह दिया
……
फिर मैँ बुरा बन गया ताकि उन्हे कोई
झुठा ना कह दे
…
Friday, June 16, 2017
हमें ख़रीद लिया और खुद को ग़रीब कहते हैं
या
खुदा इस शहर मे कैसे अजीब लोग रहते हैं
पागल नहीं थे हम जो तेरी हर बात मानते थे...
बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नही लगता था..!!
जिन्दगीं का फलसफा भी कितना अजीब हैं।
शामें कटतीं नहीं, और साल गुजरतें जा रहें हैं।
Wednesday, June 14, 2017
रफ्ता रफ्ता यूँ जमाने का सितम होता है
,
मेरी जिंदगी से रोज़ एक दिन कम होता है.
पता नहीं तुझपे मेरी किस बात का असर होने वाला है
,
कोई राज आज तेरी जुबां से फिर खुलने वाला है ......
बात कम कीजिये ,जहालत छुपाते रहिये,
अजनबी दुनिया है , दोस्त बनाते रहिये ,
दिल मिले ना मिले , हाथ मिलाते रहिये...
Tuesday, June 13, 2017
महक सी जाती हो रातों में, जब तूम ख़्वाब बनकर समाती हो, यादों की तस्वीर दिल में उतर जाती हैं, जब तुम रूबरू सामने आती हो.
यहाँ हर नज़र में मुमकिन नहीं बेगुनाह रहना.... मैं कोशिश करता हूँ खुद की नज़रो में बेदाग रहूँ.....!!
फूलो की खुशबू का दामन में लिपटने का आभास होता है़.. आसमान की ओर देखें तो उनके चेहरे का दीदार होता है..
Friday, June 9, 2017
बोझ किस्मत का ढोये हैं गरीब है यारों लड़खड़ाते पांव, माथे पे पसीना हाथों की लकीरों में मैल तभी तो मिलेगी रोटी जब मेहनत न होगी खोटी
कोई गिला नहीं है मुझे तुम्हारे याद ना करने से, उजड़े हुए चमन को तो परिंदे भी छोड़ देते है !!
सब कहते है तुम दूर जा चुके हो,बहुत दूर कहीं ।
तभी मैंने तुम्हें अपने पन्नों पे,बार बार उतरा है ।।
Wednesday, June 7, 2017
रंगमंच यह दुनिया है,हम अपना रोल निभाते है.! स्क्रीप्ट लिखा है ईश्वर ने,बस अभिनय करना जानते है..!!
"चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह.. मगर खामोश रहेते हैं, अपनी तकदीर की तरह..!!"
बिखर जाती है खुशबू सी तुम्हारी याद आते ही.... न जाने कौन सा सावन है जो बिना मौसम बरसता है......
Tuesday, June 6, 2017
मेरे मुस्कुराते चेहरे को देख,तुम मुझे क्या समझोगे.!
मुझे तो वो नही समझ पाया,जिसने मुझे मुस्कुराना सिखाया.!!
दबी हुई थी जो बातें दिल में वो बाहर आ रही है... मेरी मासूम सी मोहब्बत शायरी में मुस्कुरा रही है.....!!
तुम्हारे आने के जिक्र भर से बहका बहका ये समां हो गया तुम्हारी एक झलक पाने के लिए ये ज़माना बेताब हो गया...
Monday, June 5, 2017
समझ के जिदंगी समझते नही है सम्भल तो गये हम खुदा बस जहन की बात लिखते नही हैं
ताज्जुब है
तेरी गहरी मुहब्बत पर, तू हमारी रूह में, और हम तेरे वहम ओ गुमान में भी नही.
*नज़रें चुरा के ये जिंदगी आखिर कहां तक जाएगी ....
मुझसे नज़रें मिला और देख तेरी तस्वीर नज़र आएगी ....
Thursday, June 1, 2017
तुम उदास ना हुआ करो
फूल मुरझा जाते हैं
आंसू तुम पलकों पे ना रोका करो
होंठ प्यासे रह जाते हैं
इज़हारे मुहब्बत पे अजब हाल है उनका
आँखें तो रज़ामंद हैं ,लब सोच रहे हैं |
अपने गेसुओ के साए में गुलो की छाँव को दिल से बनाए रखना
अमानत दी है मैंने तुझे तुम अपने दिल में दिल से संजोये रखना.
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