Wednesday, December 20, 2017

कैसा असर छोड़ गये वो न आ के जिंदगी में
बेख्वाबी,बेचैनी से ताल्लुक बन गया हमारा

किसी आहट से देखता हूँ दर-ऐ-बज्म की जानिब
शायद आ जाए कही से वो मेरे मेहमा बन के

काश देख सकता ये दिल,तो कश्मकश न होती
जी भर के देखता तस्वीर तेरी,सीने से लगाके

Tuesday, December 12, 2017

यूँ तो तुम्हारा हर अंदाज..बेमिसाल हैं चोरी-चोरी हिज़ाब से झांकना वाकई कमाल हैं....!!
मरने से पहले एक बार खुल के जी लेना... इसी को कहते हैं जिंदगी से इश्क़ कर लेना..!!

काफी है तेरा अहसास ही जीने के लिये... रूबरू होने की इतनी ख्वाहिश भी नहीं..

ख़ुद के लिये तो दो कदम भी चलना मुश्किल था मेरा
उनकी आरजू में मगर कहा से कहा तक आ गया मै

सच ही कहा है किसीने इश्क को मर्ज यहाँ
दवा इसकी कोई नही,बस दिलबर के सिवा

तेरी अदाओं ने सिखाया है इस दिल को धड़कना,
खुदा करे तू यु ही जलवे लुटती रहे मेरे जीने के लिए

Tuesday, December 5, 2017

साथ मेरे हो तुम अगर , तो इस ज़िंदगी को भी छोड देंगे।
एक बार कहकर तो देखो, सारे ज़माने का रुख मोड देंगे॥

जब कुछ नही था हमारे पास, तब भी ना बिके हम ।
अब क्या खाक खरीदेगे ये दुनिया वाले हमे ॥

दिल जब टूटता हैं तो आवाज़ नही आती !
हर किसी को मोहब्बत रास नही आती !!
ये तो अपने अपने नशीब की बात हैं दोस्त !
कोई भूलता ही नही, किसी को याद ही नही आती !!

Thursday, November 30, 2017

कोई इसके साथ है , कोई उसके साथ है ,
देखना ये चाहिए , मैदान किसके हाथ है..

ना आंख भर के देखा ही किए ,
ना सरगोशीयों की कोई बारात थी ,
मुद्दत से जिसकी तडपते रहे,
क्या ये वही मुलाकत थी …????

मेरे अरमान मेरी ख़ुशी तुम हो
ज़िन्दगी क्या है मेरी ज़िन्दगी तुम हो ……

Tuesday, November 28, 2017

खेल ना समज़ ए सनम दिल के धड़कने को
के हर किसी को देख के नही लहराती बर्क़ सिने मे

अश्क है इन आंखो मे, दिल पर वीरानी छाई है।
क्या करूं मै,आज़ फ़िर उनकी याद आई है।

पीने को तो पी जाउ ज़हेर भी..
पर शर्त ये है.. की वो बाहों मे संभाले मुझको

Monday, November 6, 2017

आदतन तुमने कर दिये वादे,
आदतन हमनेँ भी ऐतबार किया,
तेरी राहोँ मेँ हर बार रुककर,
हमनेँ अपना ही इंतजार किया…”

धूप भी खुल के कुछ नहीं कहती ,
रात ढलती नहीं थम जाती है ,
सर्द मौसम की एक दिक्कत है ,
याद तक जम के बैठ जाती है.....!


मोहब्बत सिखायी डरा के तुमने ।
फिर क्योँ पूछते हो आँसुओँ के बारे मे

Thursday, November 2, 2017

तैयार रहते हैं पलकों पे आंसू हर लम्हे ,
तेरी याद का कोई वक़्त मुक़र्रर जो नहीं …!!!

प्यार का नाम सूना करता था
एक दिन प्यार मुझे भी हो गया

प्यार में लोगो को पागल होते सुना था
प्यार में एक दिन मै भी पागल हो गया

दिन में उसके यादों में रहता था
और रात में उसके सवालों में रहता था

दिन में अजब सी ख़ुशी थी,
उसके फोन का इंतजार रहता था
एक मिस काल के खातिर
फोन दिन भर हाथ में रहता था

फिर एक दिन एक काल ऐसा आया ,
कि मेरी शादी होने वाली हैं
अब तक जो भी हमारे बिच था ,
नादानी थी और सपना था

अब तुम मुझ को भूल जाओ ,
अब ना तुम मुझें याद आओ
अब मुझे सच्चा दिलदार मिल गया ,


मुझे मेरा प्यार मिल गया

Monday, October 30, 2017

जिंदगी दो लफ्ज़ों में यूं अर्ज है,
आधी कर्ज है तो आधी फर्ज है......
-Sunil Bhatt


गज़ब का बंधन है..तेरे और मेरे दरमियां ,
ना फासला बना है, ना ही नजदीकियां बढ़ी है..!
-Sunil Bhatt

एक अंश भी नहीं मेरा वो
जिस किरदार को तुमने मेरे नाम से पहचाना है,
मेरी हकीक़त है अंत का वो हिस्सा
जो पूरी किताब पढ़ बोहोत कम ने ही जाना है..

Wednesday, October 25, 2017

मुझे तू माफ़ करना खुदा कभी तुम्हारे दर नहीं आ पाये ,
ख़ुदा जब से उसको माना है कोई कैसे उधर जाये ,
-Sunil Bhatt