तुमसे प्यारा होगा कौन ज़माने में
आँखों के हैं जाम तेरे मयखाने में
मिली एक तस्वीर डायरी में रक्खी
सौ सौ यतन किए थे तुम्हें भुलाने में
आग लगाई दिल में कुछ ऐसी तुमने
सदियाँ बीती दिल की लगी बुझाने में
उम्मीदों पे जीता है ये दिल अब भी
शायद वो आ जाएँ मेरे ठिकाने में
~~~~ सुनिल #शांडिल्य