प्यार की हमराही हो तुम मेरी,ऐसा ही मैंने जाना है
तुम जैसा कोई और नहीं, दिल ने ये पहचाना है
दिल मेरा तू मेरी धड़कन है, मैं पानी तू चंदन है
आँखों मेंं रहने वाली तू,निंदिया रूपी अंजन है
रूपका तेरे जादू मुझ में,ऐसा ही मैंने जाना है
तुम जैसा कोई और नहीं, दिल ने ये पहचाना है
सपनों की मेरे प्रेम-परी तुम, सपनों में ही रहना चाहूँ।
कुछ भी मैं न माँगूं रब से, दिल में तेरे रहना चाहूँ।।
धड़कन तेरी मेरी गज़ल है, ऐसा ही मैंने जाना है।
तुम जैसा कोई और नहीं है, दिल ने ये पहचाना है।।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य