Thursday, January 25, 2018

धीरे से याद आ गया तू, मेरी हर सांस को महका गया तू,
कैसे शुक्रिया अदा करू तेरा, इस नाचीज को इश्क करना सिखा गया तू ...

इज़हार गर जुबां से हो तो मजा क्या है, चाहने वाला जो निगाहों को पढे तो बुरा क्या है !!

उनसे पूछो के अँधेरों की एहमियत क्या है , जो भटक गये हैं रास्ता ख़ूब उजाले पाकर ।

Tuesday, January 23, 2018

मजबूरियों के दौर में जान से अजीज़ लोग, बेवफा न भी हों तो भी बदल जरूर जाते हैं।

अब भी तेरी ही तलाश है, मुझे ऐ जिंदगी...
तू मेरी चाह में भी है, तू मेरी आह में भी है....

बादल जो छाये  लहरा के आये, ओ जाने वाले  तुम तो ना आये 
आयीयाद तुम्हारीतो हवा ने ऑचल को उड़ाकर एहसास कराये

Thursday, January 18, 2018

मुझे यक़ीन है,अपने लफ्ज़ों के हुनर पर..
लोग मेरा चेहरा भूल सकते हैं., पर बातें नहीं...

ना छेड़ किस्सा ए उल्फत,बड़ी लम्बी कहानी है ।
मैं जमाने से नहीं हारl,बस अपनो की मनमानी है…..

उसने भी हमें बस एक दिए कि तरह समझा था, रात हुई तो जला दिया, सुबह हुई तो बुझा दिया।

Wednesday, January 17, 2018

हजारों उलझनें राहों में, और कोशिशें बेहिसाब! इसी का नाम है ज़िन्दगी, चलते रहिए जनाब!

इधर आये,तबाह हुये उधर जाते तो अच्छा था.
मिलकर भी हम कहां मिले बिछड़ जाते तो अच्छा था.

इस दिल में किस किस को जगह दें साहब ग़म रखें, द़म रखें, फरियाद रखें या तेरी याद रखें....

Tuesday, January 16, 2018

मेरे सफर का इम्तिहान,ना पूछ कहा तक है...
पैरो में बेड़िया है हालातो का,
लेकिन हौसला आसमां तक है ।

तुम्हारी आँखे जब भी मेरी तरफ देखती है,
कसम से एक ख़त इश्क़ का लिख भेज देती है..

उम्र कहती है चलो अब संजीदा हुआ जाये...
मन कहता है अब बची ही कितनी है....
चलो नादानियां कर लें...

Saturday, January 13, 2018

पायल भी अब तो लगने लगी है बन्धन जब से तोड़ दिया तुमने प्रेम बन्धन.....

एक ही चेहरे की अहमियत, हर एक नजर में अलग सी क्यूँ है,, उसी चेहरे पर कोई खफा, तो कोई फिदा सा क्यूँ है,,,,,,!

कभी अधूरा सा कुछ कहूँ, तो तुम पूरा समझ जाना....
हम तो उलझे हैं तुमसे, तू कहीं हममें ना उलझ जाना....!!

Friday, January 12, 2018

जिस्म बेजान हो जाता है !
जब जिस्म से जान निकलती है !
ओर दिल बेचैन होने लगता है !
जब दिल से दर्द की आह निकलती हैं!

जब हाले दिल मै तुझसे कहने आती हूं देख के तेरा दीवानापन में सोच में पड़ जाती हूं

कोई तो बात होगी , हवाओं का रूख़ इधर है उधर तूने साँस ली , इधर मेरा दिल धड़का...

Thursday, January 11, 2018

आपकी मुस्कान से सुधर जाती है तबियत मेरी
बताओ ना आप इश्क करती हो या इलाज..!!

आँखों की नजर से नहीं हम दिल की नजर से प्यार करते है
आप दिखे या ना दिखे फिर भी हम आपका दीदार करते है..!!

ये सर्द हवाएँ बिखरे पत्ते और तन्हाई....!!
ऐ जनवरी तू सब कुछ ले आई है सिवाए उस के😞...!!

Wednesday, January 10, 2018

सुनो, मेरी इस दीवानगी में कुछ कसूर तुम्हारा भी है
तुम इतने प्यारे ना होते तो हम भी इतने दीवाने ना होते

कभी इस तरह मेरे हमसफर
सभी चाहतें मेरे नाम कर...
अगर हो सके कहीं कभी
मेरे नाम भी कोई शाम कर।।

खुद से जीतने की जिद है,मुझे खुद को ही हराना है..
मै भीड़ नहीं हूँ दुनिया की,मेरे अन्दर एक ज़माना है...

Tuesday, January 9, 2018

बहुत असर हुआ है उन्हें मेरी बातों का जो बस इतनी सी बात पे हंस के गुज़र जाते थे

तेरी रूह से मेरा वायदा रहा हर बार मिलते रहेंगे हम हर जनम बार बार....

दिल के हालात भला कैसे छुपाऊँ उनसे क्या करू वो मेरी आँखों को भी पढ़ लेते है...

Monday, January 8, 2018

हालात सिखाते है बातें सुनना और सहना.....
वरना हर शक्स फितरत से बादशाह ही होता है!!!!

मेरी सांस मेरी धडकन मेरी जान हो तुम
इश्क की शुरुआत हूँ मै और अंजाम हो तुम

जब मुखौटों से रंग उतरने लगता है,
मुझे "अपनों" से डर लगने लगता है
बिना मुश्किलों के जीने में मज़ा कहाँ है
इश्क तभी बढ़ता जब नामुमकिन लगता है