कुछ तो तेरा चेहरा गजब था,
कुछ बारिश में तेरी
भीगी लटो ने
मुझको उलझा दिया,
कुछ मौसम का नशा हो रहा था मुझे
कुछ तेरी नशीली निगाहों ने पिला दिया
मोहब्बत जब से की है तुमसे
इस मोहब्बत ने बहला दिया
कभी तेरी बातों ने किया मदहोश मुझे
कुछ तेरी खुशबू ने बहका दिया....!!!
---- सुनिल #शांडिल्य