Saturday, September 30, 2017

दिल की तनहाइयों में हम उनको ढूंढते रहते हैं .
दूर होकर भी जालिम आँखों के सामने घुमते रहते हैं


आओ इश्क की बातें कर लें,
आओ खुदा की इबादत कर लें,
तुम मुझे ले चलो कहीं पर,
जहाँ हम खामोशी से बातें कर लें!!!

कल रात ना मे सोया ना चाँद सोया
ना सो सके नटखट सितारे
कल रात जागती रही
तुम्हारी यादों की कोमल कतारें...

Wednesday, September 27, 2017

शौक से तोड़ो मेरा दिल, मैं क्यूँ परवाह करूं,,, तुम ही रहते हो इसमे, अपना ही घर उजाड़ोगे…

चैन से रहने का हमको, मशवरा न दीजिये… अब मजा देने लगी हैं, जिदगी की मुश्किलें…!!!

जो मौत से ना डरता था, बच्चों से डर गया… एक रात जब खाली हाथ मजदूर घर गया…!!

Tuesday, September 26, 2017

ना कर तू इतनी कोशिशे,मेरे दर्द को समझने की
पहले इश्क कर,फिर चोट खा,फिर लिख दवा मेरे दर्द की...

ज़माने में आये हो तो जीने का हुनर भी रखना दुश्मनों से कोई खतरा नहीं बस अपनो पे नजर रखना

जी भर के रो लेते है जब तनहाई साथ होती है
तभी तो हँसना आसान होता है जब महफिल साथ होती है

Sunday, September 24, 2017

"पर क्या लगे की घोंसले से उड़ गये सभी, फ़िर अकेली रह गयी बच्चों को पाल कर !

तुमने ही कोशिश नहीं की मुझे समझने की वरना वजह तो कोई नहीं थी आप के और मेरे उलझने की...

हुस्न का नही नज़र नज़र का फर्क है महबूब जिसका भी हो कमाल होता है

Saturday, September 23, 2017

ज़िंदगी तो ज़िंदगी है ये मौत की ही साथी है .
जब भी बुलाये मौत ,ये उसी के साथ ही चली जाती है .
ये मौत का साथ हर हाल में निभाती है .

ज़िन्दगी तो ज़िंदगी है ये मौत की ही साथी है


जिन रास्तों पर कभी अपनी खुशियां बिखेरी थीं ,
कभी हाथ थाम कर कभी मुस्कुरा कर,
कभी गुनगुना कर कभी गीत गा कर,
हमने अपने दिल की बात कही थी,
आज वो बात पुरानी सही पर याद तो अभी ताज़ा है ,
आज दिल वीरान सही पर धड़कन को अब भी यही गुमान है,
तुम हम से मोहब्बत करते हो , हम ही से मोहब्बत करते हो

इस से पहले कि दिलो में नफरत जागे! 
आओ एक शाम मोहब्बत में बिता दी जाये!
करके कुछ मोहब्बत की बातें! 
इस शाम की मस्ती बढा दी जाये!

Thursday, September 21, 2017

मेरी शायरी में सनम. तेरी कहानी है जिसके आधे हिस्से मे तेरा ज़िक्र आधे में मेरी दीवानगी है...❤

आसान नही है तस्वीर मे रंग भर देना....!! दिल में किसी के आने की आहट जीने के अंदाज ही बदल देती है....!!

न मस्जिद!!भर सकेगी न ही शिवालय!! भर सकेगें..!! ये गरीबों के पेट है!! इन्हें सिर्फ निबाले भर सकेगें___

Monday, September 18, 2017

साथ रहते रहते वक़्त गुज़र जाएगा!
दूर होने के बाद कौन किसे याद आएगा!
जी लो ये पल जब तक हम साथ है!
कल का क्या पता हम हो न हो!

आज यह कैसी उदासी छाई है! 
तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है!
रोया है फिर मेरा दिल! 
जाने आज किसकी याद आई है!

जब तक तुम्हें न देखूं! दिल को करार नहीं आता!
अगर किसी गैर के साथ देखूं! तो फिर सहा नहीं जाता!

Friday, September 15, 2017

लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ
सर झुकना नहीं आता तो झुकाए कैसे

ढलती शाम को तेरा मेरे पास से उठ के जाना ,
कल मुझे करना पड़े तेरा इंतज़ार बहुत है .....!

मुहब्बत में दिल को तुम दरिया न बनाओ ..
इश्क की आग ऐसी है यहाँ अक्सर लोग हाँथ जलाते हैं

Monday, September 11, 2017

वीरान रास्तोँ पर चला हूँ मौत के सफर पर
ये एक गम काफी न था जो तोहमत लगा दी बेवफाई की |

पल भर के लिए भी ना किया तुमने इकरार
ख्वाबों में ही करते रहे हम तुमसे प्यार।

ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में

Tuesday, September 5, 2017

किसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगा
एक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगा

अपने जब दूर जाते है तो,
बहुत दर्द देते है पर,
अपने जब पास रह कर भी,
दूरिया बना लेते है तो,
दिल में एक कसक छोड़ जाते है.....

दिल दुखा के वो बोले उदास न रहा करो
उस दिन हाथ थमा था के रहेंगे हम सदा
बेवफ़ाई दे के बोले आज उदास न रहा करो
गुम ही गुम है, क्या मोहब्बत क्या वफ़ा

Saturday, September 2, 2017

हर दर्द-ए-दिल की आवाज है शायरी,
गम-ए-मोहब्बत का साज है शायरी
हर लिखने वाले का नाज है शायरी, 
ग़ालिब का अनमोल अल्फाज है शायरी

दो दिलों की धड़कनों में एक साज़ होता है;
सबको अपनी-अपनी मोहब्बत पर नाज़ होता है;
उसमें से हर एक बेवफा नहीं होता;
उसकी बेवफ़ाई के पीछे भी कोई राज होता है!

हम ये नहीं चाहते की कोई आपके लिए ‘दुआ’ ना मांगे
हम तो,बस इतना चाहते है की कोई ‘दुआ में ‘आपको’ ना मांगे …