जरूरी_सा_है_वो...
तभी इश्क रूहानी है वो
दरमियां रूहे जर्रे में वो
बागबां मेरे दिल का है वो
क्या हुआ दूर रहता है वो
करीब रूह के मेरे ही है वो
क्या हुआ ओझल मुझसे वो
ख्वाबों में मेरे ही आता है वो
क्या हुआ आज गैर हुआ वो
दिल से सिर्फ मेरे संग रहा वो
---- सुनिल #शांडिल्य