Monday, August 24, 2015

अपनी ज़िंदगी मे मुजे करीब समजना
कोई गम आए तो शामिल समजना
दे देंगे मुशकुराहट आँसू के बदले

मगर हजारो दोस्तो मे थोड़ा अजीज समजना 

तेरी पलकों पर ख्वाब रख गया कोई
तेरी साँसो पर नाम लिख गया कोई
चलो वादा करो न भूलेंगे हमे

अगर हम से अच्छा मिल गया कोई 

आंखो के लिए रोशनी जरूरी है
प्यार के लिए दोस्ती जरूरी है
हम तो आप को कभी याद नहीं करते

क्योंकि याद करने के लिए भूलना जरूरी है 

ये जिंदगी बिन तेरे भी कट जाएगी
पर कुछ कमी तो जरूर रह जाएगी
कल को तड़पाएगी तो कभी तरसाएगी

हर लम्हा जब तेरी याद आएगी 

गम नहीं वहाँ जहां हो फसाना आपका
खुशी भी ढूंढती है हर पल फसाना आपका
आप उदास न होना कभी जिंदगी मे

बहोत अच्छा लगता है हमे मुस्कुराना आपका 

हर पल बहाने से आपकी बात करते है
हर पल आपको महसूस करते है
इतनी बार तो आप सांस भी नहीं लेते होंगे

जितनी बार हम आपको याद करते है 

Saturday, August 22, 2015

तुम बिन गुज़र तो जाएगी ज़िंदगी
पर मैं जी ना पाऊँगा तुम बिन
हजारो सितारों की भीड़ मे भी देखो

यह चाँद कितना तन्हा हे तुम बिन 

यादों मे हमारी आप भी खोये होंगे
खुली आंखोसे कभी आप भी सोये होंगे
माना हसना है अदा गम छुपाने की
पर हसते हसते कभी आप भी रोये होंगे

मेरी आंखो मे कोई सपना तो नहीं है
जो आज देखा ख्वाब अपना तो नहीं है

आंखे देखती हे खुशी जिनकी खातिर
वो मेरी आंखो का झुकना तो नहीं है

लगता हे सिमट रही हे जिंदगी मेरी
वो मेरी साँसो का रुकना तो नहीं है

जुबां खामोश हुई जा रही है
वो मेरी आत्मा का तड़पना तो नहीं है

जो दिखाई देते हे आँसू के मोती मुजकों
कही वो मेरे अपनों के तो नहीं है

मेरी आंखो मे कोई सपना तो नहीं है

जो आज देखा ख्वाब अपना तो नहीं है 

Thursday, August 20, 2015

"मैं जब भी तेज़ चलता हूँ नज़ारे छूट जाते हैं
कोई जब रूप गढ़ता हूँ तो साँचे टूट जाते हैं
मैं रोता हूँ तो आकर लोग कँधा थपथपाते हैं
मैं हँसता हूँ तो अक़्सर लोग मुझसे रूठ जाते हैं.

"आज फिर तेरी याद आई बारिश को देख कर,
दिल पर ज़ोर ना रहा अपनी बेक़सी को देख कर,
रोए इस क़दर तेरी याद में,
कि बारिश भी थम गई मेरी अश्कों के बारिश देख कर।"


ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नही हूँ मै,
हैरत से ना देख कोई मंज़र नही हूँ मै,
तेरी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नही,
मगर उसे पूछो जिसे हासिल नही हूँ मै..

Wednesday, August 19, 2015

वक़्त है बदला ओर बदली सी कहानी है,
संग मेरे गुजरे पालो की यादे पुरानी है |
न लगा अब तू मेरे जख्मो पे मरहम,
मेरे पास उसकी बस यही तो निशानी है |

जो राह दिखाई तूने उसी पर जाऊंगा
ये सच है कि मै तुझे कभी भूल न पाऊंगा
अब जब तूने बख्से हैँ तूने मेरी आंखोँ मे आंसू ही
तो पूरी जिन्दगी मै इन आंसूओँ का साथ निभाऊंगा......!

जाम पर जाम पीने से क्या फायदा..
शाम को पियो सुबह उतर जायेगी..
जरा एक दो बुँद मोहब्बत की पी ले साखी..
सारी जिदँगी नशे मे गुजर जायेगी..

Friday, August 14, 2015

कल ना हम होगेँ ना कोई गिला होगा
सिर्फ सिमटी यादो का सिलसिला होगा
जो लम्हे है हसंकर बिता लो दोस्तो
पता नही कल जिदगीँ का क्या फैसला होगा

सांसो ने साँसो से पुछा
ये सासेँ सासं क्योँ लेती है
तो साँसो ने साँसो से कहा
ये साँसे सासं लेती है
क्योँकि इन्हे आप से
मिलने की आश रहती है

Thursday, August 13, 2015

रोने दे तु आज हमको तु आँसु बहाने दे..
बाहो मे ले ले ओर खुद को भीग जाने दे..
है जो सीने मे कैद दरिया वो छुट जायेगा
है इतना दर्द कि तेरा दामन भीग जायेगा

कहाँ गए वो रंग,
जो लाये थे हम और तुम,
चुन चुन कर,
इस झोली में .

तुमने भी तो नहीं चुराए हैं,
फीके-फीके जो लग रहे हो,
कुछ तो बताओ,
क्यों रह गए अब,
सिर्फ..
श्वेत और श्याम .

Wednesday, August 12, 2015

हां, देखा है मैंने दर्द..
जब कोई अचानक पास आकर
हो जाता है दूर
तब होता है दर्द

जब
कोई बहुत खास होने का दावा कर
नहीं रह जाता है आम
तब होता है दर्द

जब
किसी के बहुत पास होकर भी
सताता है दूर होने का गम
तब होता है दर्द

कोई आँसू बहाता है, कोई खुशियाँ मनाता है
ये सारा खेल उसका है, वही सब को नचाता है।
बहुत से ख़्वाब लेकर के, वो आया इस शहर में था
मगर दो जून की रोटी, बमुश्किल ही जुटाता है।
घड़ी संकट की हो या फिर कोई मुश्किल बला भी हो
ये मन भी खूब है, रह रह के, उम्मीदें बँधाता है।
मेरी दुनिया में है कुछ इस तरह से उसका आना भी
घटा सावन की या खुशबू का झोंका जैसे आता है।
बहे कोई हवा पर उसने जो सीखा बुज़ुर्गों से
उन्हीं रस्मों रिवाजों, को अभी तक वो निभाता है।
किसी को ताज मिलता है, किसी को मौत मिलती है
ये देखें, प्यार में, मेरा मुकद्दर क्या दिखाता है।

Sunday, August 9, 2015

" डर लगता है "

सपना पूरा होने से डर लगता है
अब तो रोने से भी डर लगता है
जीवन का अर्थ ना समज आया मुजे
अब तो खुद के होने से भी डर लगता है
झुंड से भी परेशान होता हूँ
अब तो एक छोटे से कोने से भी डर लगता है
समंदर की लहेरो को देखता हु
अब तो किनारे से भी डर लगता है
वक़्त भी बेचैन करता है
अब तो सोने से भी डर लगता है
सपना पूरा होने से डर लगता है

अब तों रोने से भी डर लगता है 

अब हकीकत आ गयी है सामने,
जब खुली लोई सभी के सामने .

दाग बदनामी का फ़िर तोहफ़ा दिया,
हम से जुड़ कर इस तुम्हारे नाम ने .

क्यों खिलौना बीच रस्ते में रुका,
कम भरीं फ़िर चाभियाँ क्या राम ने .

क्यों मयूरा सबके सम्मुख रो रहा,
दिख चुके क्या पैर सबके सामने .

अपने कर्मों से कभी वह मर चुका,
बन खडा हैं प्रेत सबके सामने .

खोखले वादों का झोला फ़ट गया,
उफ़ ,फ़ज़ीहत कर दई इस झाम ने .

Saturday, August 8, 2015

ढूंढ़ता था कि कौन मेरा साथ निभायेगा साये की तरह,
सोचता था कि कौन मेरे जज्बातों को समझेगा यहाँ,
पर जब खयाल आया उनका जिन्होने हमे कभी अकेला नही छोडा,
तो लगा इन " तन्हाइयों " से अच्छा साथी मुझे मिलेगा कहाँ

कभी अपनी धुन में खोया रहा
और कभी तुम्हारी यादों में
कभी तुम्हे बातों में खोया रहा
तो कभी अधूरे ख्वाबों में
शायद एक ही चीज मुझे आती है
.........
खोना.......
पहले खुद को और फिर तुम्हे
और फिर शायद जीने की वजह भी
जानता हूँ अब कुछ भी नहीं है मेरे पास
...................................
पर जाने क्यों लगता है मैं अभी भी....
शायद अभी भी.... कुछ... खो रहा हूँ......

Friday, August 7, 2015

जब थे जिंदा तो नहीं था हमारे लिए,
किसी के भी पास दो पल का वक़्त,
और आज ये जनाजे में भीड़ बढती जा रही है,
दो कदम भी कोई साथ ना चला,
और आज चार कांधे उठाये जा रहे हँ,
जिंदगी भर ढूंढ़ते रहे अपनों में अपनों को,
और आज ये इतने अनजाने भी अपने हँ,
हंसकर बात करने का वक़्त नहीं था इनके पास,
और आज याद में हमारी सब बेसुध हो रहे हँ,
ए मौत आज दिल से तुझको है हमारा सलाम,
हम तो उम्र भर रोते रहे इस जिंदगी के लिए,
जिंदगी से तो ये मौत ही भली लगती है आज,
जो अपने हँ बस हमारे ही पास बस पास.

वो मेरा ही काम करेंगे जब मुझको बदनाम करेंगे
अपने ऐब छुपाने को वो मेरे क़िस्से आम करेंगे

क्यों अपने सर तोहमत लूं मैं वो होगा जो राम करेंगे
दीवारों पर खून छिड़क कर हाक़िम अपना नाम करेंगे

हैं जिनके किरदार अधूरे दूने अपने दाम करेंगे
अपनी नींदें पूरी करके मेरी नींद हराम करेंगे

जिस दिन मेरी प्यास मरेगी मेरे हवाले जाम करेंगे
कल कर लेंगे कल कर लेंगे यूँ हम उम्र तमाम करेंगे

सोच-सोच कर उम्र बिता दी कोई अच्छा काम करेंगे
कोई अच्छा काम करेंगे खुदको फिर बदनाम करेंगे !!

तुमसे मिल के खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता,
तेरे दिल के सिवा मेरा कहीं आशियानां नहीं होता,
ये दुबारा मिलना कि उम्मीद है जो मुझे जिन्दा रखती है,
वरना तुझसे बिछड के जीने का कोई बहाना नहीं होता|

Thursday, August 6, 2015

दिल में दर्द दबाने की
आँखों में नमी छुपाने की
हर कोशिश कर के हार गए
हम तेरी याद भूलाने की

तेरी चाहत में हमने
हर दर्द को समझा थोड़ा था
उस रोज बिखर गए टूट के हम
जब तुमने भी भी मुंह मोडा था
रोते रहे थे रात भर
बाकी फिर भी समंदर था
जाने कितना दर्द अभी भी
इस सीने के अंदर था

फिर आदत हो गयी दिल को
वक़्त गम के साथ बिताने की
हर कोशिश कर के हार गए
हम तेरी याद भूलाने की

हर कोई हर किसी के लिये इतना खास नहीं होता,
हर कोई हर किसी के इतना पास नहीं होता,
क्यों सोचता हूँ मै तुझे हर पल, हर वक्त,
क्या इससे भी तुझे कुछ एहसास नहीं होता |



हालातो ने सुनहरे ख्वाब खोने ही नहीं दिया,
उन इश्क यादों ने फिर कभी सोने ही नहीं दिया,
उम्र गुजार देते उनके साथ बिताये कुछ लम्हों के सहारे,
पर किस्मत ने हमें साथ जी भर के रोने भी नहीं दिया|