Thursday, July 24, 2014
जब भी करीब आता हूँ बताने के लिए !
जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिए !!
महफिलों की शान न समझना मुझे...!
मैं तो हँसता हूँ गम छुपाने के लिए !!
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