इन दियों को हवाओं में रखना
हमको अपनी दुआओं
में रखना
वो जो वाली है दो
जहानों का
उसको दिल की सदाओं
में रखना
कोई तुम से वफ़ा करे
न करे
नेक नीयत वफ़ाओं में
रखना
हुस्न और इश्क़ उसकी
नेमत हैं
तू हुनर इन अदाओं
में रखना
हर तमन्ना गुलाब-सी
महके
चाँद-तारों की छाओँ
में रखना..
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