Friday, December 19, 2014
बाद मुद्दत के मुस्कुराने की रात आयी है
,
हर एक वादा निभाने की रात आयी है
,
वह जो दूर रहा करते थे साये से भी कभी
,
सीने से उनको लगाने की रात आई हैं.
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