Tuesday, January 6, 2015

कल फुर्सत न मिली तो क्या होगा! 
इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा!
रोज़ कहते हो कल मिलेंगे, कल मिलेंगे! 
कल मेरी आँखे न खुली तो क्या होगा!

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