बात दिन की नहीं , अब रात से डर लगता
है ,
घर है कच्चा मेरा , बरसात से डर लगता है ... !
तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए ,
ज़िन्दगी अब तेरी सौग़ात से डर लगता है ... !!
प्यार को छोड़ कर तुम और कोई बात करो ,
अब मुझे प्यार की हर बात से डर लगता है ... !!!
मेरी खातिर ना वो बदनाम कही हो जायें ,
इस लिए उन की मुलाक़ात से डर लगता है ... !!!!
घर है कच्चा मेरा , बरसात से डर लगता है ... !
तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए ,
ज़िन्दगी अब तेरी सौग़ात से डर लगता है ... !!
प्यार को छोड़ कर तुम और कोई बात करो ,
अब मुझे प्यार की हर बात से डर लगता है ... !!!
मेरी खातिर ना वो बदनाम कही हो जायें ,
इस लिए उन की मुलाक़ात से डर लगता है ... !!!!
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