Thursday, February 26, 2015

सब कुछ लुटा दिया फ़क़त तुझ पे भरोसा कर के ,
जाने क्यूँ बहुत रोये हम आज ऐसा कर के ... !

ये बता मेरी बेबसी पे मुस्कुराने वाले ,
कया मिला तुझ को मेरे दुःख में इजाफा कर के ... !!

क्या कभी तू ने भी मुझ से मोहब्बत की थी ,
पूछ ज़रा खुद को आईने में खड़ा कर के ... !!!

काश तू मेरे दर्द में हमदर्द बना होता ,
तू ने तो छोड़ दिया मुझ को तमाशा कर के ... !!!!

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