Monday, May 18, 2015

कुदरत के करिश्मों में अगर रात न होती !
ख्वाबों में भी उन से मुलाकात न होती !!
ये दिल हर एक गम की वजह हैं !
ये दिल ही न होता तो कोई बात न होती !!

No comments:

Post a Comment