Thursday, May 14, 2015

मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बाते! 
समझोगे जब रो कर कुछ काटोगे रातें!
जो चोरी हो गया तो पता चला दिल था हमारा! 
करते थे हम भी कभी किताबों की बाते!

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