Thursday, May 21, 2015

तेरी मुश्किल न बताऊंगा, चला जाऊंगा,
अश्क आँखों में छुपाऊंगा, चला जाऊंगा,
मुद्दतों बाद मैं आया हूँ पुराने घर में
खुद को जी भर के रुलाऊंगा, चला जाऊंगा|
उन मौहलत से कुछ भी नहीं लेना मुझ को,
बस तुम्हें देखूंगा, चला जाऊंगा,
चन्द बातें मुझे बच्चों की तरह प्यारी हैं,
उनको सीने से लगाऊंगा, चला जाऊंगा,
अपनी देहलीज़ पे कुछ देर पड़ा रहने दो
अश्क आँखों में चुपाऊंगा, चला जाऊंगा|

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