Friday, June 26, 2015

कोई शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,
कोई शाम जाती है तुम्हारी याद देकर;
मुझे तो उस शाम का इन्तिज़ार है,
जो आये तुम्हे साथ लेकर|

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