Thursday, July 30, 2015

ज़िन्दगी हो गई हंसी तुम तो मिल गए मुझे,
हर एक पल को सजाने की रात आई है,
बरसो तडपाया था मुज को जिसने यारो,
आज उसी शोख को तडपाने की रात आई है,

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