Friday, February 19, 2016

मुझे सहल हो गईं मंज़िलें वो हवा के रुख़ भी बदल गए,
तेरा हाथ हाथ में आ गया कि चिराग़ राह में जल गए.
-मजरूह सुल्तानपुरी

सहल - सरल ,आसान

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