मुद्दत हुई है यार को मेहमां किये हुए,
जोशे-कदह से बज्मे-चरागाँ किये हुए।
-मिर्जा गालिब
1.कदह - शराब पीने का जाम,
2.बज्मे-चरागाँ - महफिल को चरागों से रौशन करना
जोशे-कदह से बज्मे-चरागाँ किये हुए।
-मिर्जा गालिब
1.कदह - शराब पीने का जाम,
2.बज्मे-चरागाँ - महफिल को चरागों से रौशन करना
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