खिड़की पे खडा
रोशनी देख रहा था
कुछ परवाने उसके आसपास
मंडरा रहे थे
वो सब नशे में थे ,,,
शायद उन्होंने रौशनी पी रखी थी,,,
मैंने मुढ़कर अपने
कमरे में देखा ,,,
वहा इक कीडा चकमक
घिसता कमरे में घूम रहा था,
कमरे में यही इक रौशनी थी,
मैंने कीडे को रोका और कहा
ये क्या कर रहा हैं तू ,,
वो बोला जो तुम कभी
करते थे वो कर
रहा हूँ ,,
बस तुम किसी और कमरे
में करते थे
मैं तेरे कमरे में कर रहा हूँ ,,,
रोशनी देख रहा था
कुछ परवाने उसके आसपास
मंडरा रहे थे
वो सब नशे में थे ,,,
शायद उन्होंने रौशनी पी रखी थी,,,
मैंने मुढ़कर अपने
कमरे में देखा ,,,
वहा इक कीडा चकमक
घिसता कमरे में घूम रहा था,
कमरे में यही इक रौशनी थी,
मैंने कीडे को रोका और कहा
ये क्या कर रहा हैं तू ,,
वो बोला जो तुम कभी
करते थे वो कर
रहा हूँ ,,
बस तुम किसी और कमरे
में करते थे
मैं तेरे कमरे में कर रहा हूँ ,,,
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