Wednesday, July 19, 2017

दुनिया के रीति रिवाजों से अनजान हूँ मैं,
ऐ दोस्त! प्यार की राहों में अभी नादान हूँ मैं।
कभी नजरें मिलाती है कभी नजरें चुराती है,
समझ नहीं पाया हाल ऐ दिल उसका यूँ परेशान हूँ मैं।।

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