तेरी_ज़रूरत मेरी जिन्दगी का आधार ,
तुमसे मिलता रहता मुझे शब्दों का प्यार !
अब तुमसे और ज्यादा क्या कहूँ मैं ,
बिना तुम्हारे जिन्दगी नीरस, निराधार ..!!
तुमसे मिलता रहता मुझे शब्दों का प्यार !
अब तुमसे और ज्यादा क्या कहूँ मैं ,
बिना तुम्हारे जिन्दगी नीरस, निराधार ..!!
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