Tuesday, January 17, 2023

बांह_थाम_ले मेरी सनम जताने से
क्या नहीं ये मुमकिन बहाने से।।

ये जग मिथ्या सब मुस्कुराने से
रिश्ते बड़े ही मगरुर रिझाने से।।

इश्क मजबुर है यारो सताने से
इश्क छुपता नहीं कभी छुपाने से।।

गमे जुदाई सही नहीं जाती भुलाने से
इश्क बदनाम है दिल लगाने से।।

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