Saturday, September 13, 2014

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
रातें कटती है ले लेकर नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं ये आस लिए,
के आज आयेगा कोई पैगाम तेरा..!

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