Friday, June 12, 2015
तेरी याद को सीने से लगाकर रोये
,
ख्वाबों में तुम्हे बुलाकर रोये
;
हजारों बार पुकारा तुझे तनहाइयों में
,
और हर बार तुम्हे पास न पाकर रोये
|
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment