Tuesday, July 14, 2015

वो पुछती है , मैं उससे इतना प्यार क्यों करता हूँ ? ?
मैंने कहा एक तमन्ना हैं तुम्हें पाने की. . . . .

वो कहती है , हर वक्त उदास क्यों रहते हो ? ?
मैनें कहा कोशिश है तुम्हें हर खुशी दिलाने की. . . . .

वो कहती है , हर वक्त सोचते क्यों रहते हो ? ?
मैनें कहा आदत हो गई है तुम्हें ख्यालों में अपना बनाने की . . . . .

वो कहती है , मैं न मिली तो ? ?
मैनें कहा तो तम्मना है ये जिन्दगी मिटाने की. . . . .

वो कहती है , तुम्हें क्या मिलेगा मर कर ? ?
मैनें कहा एक उम्मीद , अगले जन्म में तुम्हें अपना बनाने की . . . . .

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