Sunday, January 10, 2016
पत्थर की लकीरों में तकदीर नहीं होती .
प्यार में मरने वाली जोड़ी "राँझा-हीर" नहीं होती.
लोग क्यों मरते है प्यार पाने के लिए.....
जबकि
मरने के बाद तो मिलने की भी उम्मीद नहीं होती....
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