मैं जानता हूँ की तुम
मुझे मिल नही सकती,
फ़िर भी मैं पल-दो-पल की खुशी के लिए,
तुम से मिलता जाता हूँ!!
जानता हूँ की ये राह नही पहुँचती तुम तक,
फ़िर भी ना जाने किस आस मैं मैं,
इस राह पर चलता जाता हूँ!!!
तुम्हारे चेहरे पर हसीं देखने का इतना आदि हो गया हूँ मैं,
की तुम्हे हँसाने और खुस देखने के लिए मैं,
ख़ुद को भी भूलता जाता हूँ!!!!
आज तलक हुई हर खवाहिश पुरी मेरी,
मेरा परवरदिगार ही बना रहनुमा मेरा,
पर आज मेरी न सुन कर तुम्हारी सुने,
मैं ये फरियाद करता जाता हूँ!!!!
फ़िर भी मैं पल-दो-पल की खुशी के लिए,
तुम से मिलता जाता हूँ!!
जानता हूँ की ये राह नही पहुँचती तुम तक,
फ़िर भी ना जाने किस आस मैं मैं,
इस राह पर चलता जाता हूँ!!!
तुम्हारे चेहरे पर हसीं देखने का इतना आदि हो गया हूँ मैं,
की तुम्हे हँसाने और खुस देखने के लिए मैं,
ख़ुद को भी भूलता जाता हूँ!!!!
आज तलक हुई हर खवाहिश पुरी मेरी,
मेरा परवरदिगार ही बना रहनुमा मेरा,
पर आज मेरी न सुन कर तुम्हारी सुने,
मैं ये फरियाद करता जाता हूँ!!!!
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