Monday, April 5, 2021

 तेरी आँखों की दरगाह में 

मोहब्बत की चादर चढा़ने आ गये

जरूरतमंद है ख्वाब मेरे

ले फिर मन्नतों मे तुझे पाने आ गये


---- सुनिल श्रीगौड

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