Thursday, May 13, 2021

 कौन देता है यहा साथ ताउम्र किसी का

बाद मतलब दिलासा, साथ जिन्दगी का


सितम करते है, दिखावा कर बातों का

झूठा कितना रिश्ता उनका अहसासों का


जुल्म करते है, दिखावा कर महताब का

उन्हें कहा इल्म है,अहसासों की तलब का


---- सुनिल शांडिल्य

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