थाम के हाथ तेरा हम
कांटो पे भी चल लेंगे
उदासी ना छू सकेगी कभी
उदास पलों में हंस लेंगे
गम की अंधेरी रात गर आई
तो चाँद बाहों में भर लेंगे
तेरा साथ यूँही रहेगा उम्र भर तो
जिंदगी हंसी में गुज़र कर लेंगे
अब न छूटेंगे पकड़े जो हाथ हैं
जब तक हम साथ हैं
--- सुनिल शांडिल्य
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