Monday, May 17, 2021

 अपनी यादों का हर पल मैं

दिल में रखता हूँ


कुच्छ इस तरह मैं तुमको अपने

पास रखता हूँ


समां वो फिर लौट के आने वाला है

तेरी तस्वीर आंखों में रखता हूँ


फिर वोही झूले वोही मस्त बहारें होंगी

ढेरों खुशीआं संग ला रहा हूँ


---- सुनिल शांडिल्य

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