अपनी यादों का हर पल मैं
दिल में रखता हूँ
कुच्छ इस तरह मैं तुमको अपने
पास रखता हूँ
समां वो फिर लौट के आने वाला है
तेरी तस्वीर आंखों में रखता हूँ
फिर वोही झूले वोही मस्त बहारें होंगी
ढेरों खुशीआं संग ला रहा हूँ
---- सुनिल शांडिल्य
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