सुकून है राहत है तेरे अल्फाज़ो मे
जिन्दगी की बात है तेरी बातों मे
ख्वाहिश है अरमान है तेरे हर शब्द मे
तमन्नाओं की मुस्कान है तेरे हर नगमे मे
मै हो जाता हूँ भाव-विभोर सुनकर
जब गीत नया तुम गाते हो
---- सुनिल शांडिल्य
No comments:
Post a Comment