Wednesday, July 21, 2021

 तुम को देखा

हुआ आचमन गीत का ... ! 


तन से मन

तक हुआ आवरण प्रीत का ... ! 


दूर रहना हमारा

है अब मुमकिन नहीं ~~प्रिये


लाया संदेश ये आगमन तेरे हृदय से 

मेरी धड़कनों की प्रीत का ... !!


---- सुनिल शांडिल्य

No comments:

Post a Comment