तुम को देखा
हुआ आचमन गीत का ... !
तन से मन
तक हुआ आवरण प्रीत का ... !
दूर रहना हमारा
है अब मुमकिन नहीं ~~प्रिये
लाया संदेश ये आगमन तेरे हृदय से
मेरी धड़कनों की प्रीत का ... !!
---- सुनिल शांडिल्य
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