जब ख्वाबों में तुम
..मुझसे मिलोगी
मैं मुलाकात समझूंगा
मेरे कांधे पे जब
..होगा तेरा सर
मै हमारे इश्क की
..शुरूआत समझूंगा
तेरी जुल्फें मेरे चेहरे
..पर जब लहराएगी
मैं रात समझूंगा
है ख्वाहिश तेरा बनने की
बनकर प्रीत मैं तेरा
ख़ुद को तुझे सम्पूर्ण
..अर्पित कर दूंगा
#शांडिल्य
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