Saturday, August 28, 2021

 ..

आती हो तुम 

..पास मेरे

बनकर इक पल का

..अहसास


उड़ जाती हो दूजे पल

..ख्वाब बनकर तुम


..डर लगता है मुझे

ये जानती हो तुम

..तन्हाइयों से


..फिर भी..

येन केन प्रकारेण

तन्हा छोड़ जाती हो

..मुझे तुम..


#शांडिल्य

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