बालों से बदरा लाती प्रेयसी
हर लम्हा दिल चुराती प्रेयसी
होंठों से गीत गुनगुनाती प्रेयसी
बच्चों सी खिलखिलाती प्रेयसी
चूड़ी पहन सावन लाती प्रेयसी
कमरबंद पहन इठलाती प्रेयसी
यौवन पर इतराती,मेरी प्रेयसी
बाहों में अक्सर सो जाती प्रेयसी
है लाखों में एक..वो मेरी प्रेयसी ..
---- सुनिल #शांडिल्य
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