Saturday, January 22, 2022

 भूल जायेगे जहा को तुझे पाकर 

हम दोनों रहेंगे साथ जहा भुलाकर


ताउम्र रखेगे तुझे हम अपना बनाकर

चले न जाना तुम मझधार में छोड़कर


मुकम्मल जो तेरा हर ख़्वाब पूरा कर

तभी कहेंगे हम तुझको हमे प्यार कर


भरोसे पर मेरे थोड़ा तू यकीन तो कर

वरना नही मिलेंगे वीरानियों में खो कर 


---- सुनिल #शांडिल्य

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