काश! लग जाये हमे नज़र तुम्हारी
जब हूबहू देखे तुम्हे नजरें ये हमारी
दिल की नजरों से देखे नज़र हमारी
उतार कर नजर रख ले नज़र तुम्हारी
चुरा कर नज़रों से रखे नज़र तुम्हारी
दिल की नज़रों में बसी नज़र तुम्हारी
लुटा दिल को लफ़्ज़े नज़र ने तुम्हारी
न जाने कब होगी दीदार नजरें तुम्हारी
---- सुनिल #शांडिल्य
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