कुछ प्यारा सा आज मुझे लिखना है
दिल के कोरे कागज पे तुझे लिखना है
दावे इश्क के मुझे नही आते सनम
बस मुझे खुद को तेरे नाम लिखना है
तरसते हैं मेरे होंठ इक मुस्कान को
तुझसे ही मेरी खुशी है,ये लिखना है
बड़ी शिद्दत से मैं तुझे इश्क करता हूं
तुम्हें अपनी आखरी ख्वाहिश लिखना है
---- सुनिल #शांडिल्य
No comments:
Post a Comment