Monday, October 31, 2022

लिख देता हूं 
कुछ बातों को बार बार
याद कर लेता हूं 
तुम्हें इसी बहाने हर बार
मेरा लिखना और सबका पढ़ना
वही बातें वही संदेश
और सबकी वाह वाहियां
जो आती रहती हैं लगातार
मन खुश हो जाता है,
तुम्हारे ख्याल तुमसे कहीं
ज्यादा नायाब हैं
मानो ऐसा लगता है 
प्रेम अभी भी वहीं स्थिर है

---- सुनिल #शांडिल्य

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