लिख देता हूं
कुछ बातों को बार बार
याद कर लेता हूं
तुम्हें इसी बहाने हर बार
मेरा लिखना और सबका पढ़ना
वही बातें वही संदेश
और सबकी वाह वाहियां
जो आती रहती हैं लगातार
मन खुश हो जाता है,
तुम्हारे ख्याल तुमसे कहीं
ज्यादा नायाब हैं
मानो ऐसा लगता है
प्रेम अभी भी वहीं स्थिर है
---- सुनिल #शांडिल्य
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