Monday, February 6, 2023

हृदय से आज तो मैं आपका आभार करता हूं 
प्रणय के सारथी तुमसे युगों से प्यार करता हूं। 

हिलोरें ले रही नौका, मुझे मझधार में ले चल, 
तुम्हारी हर‌ भंवर से नेह का व्यापार करता हूं। 
प्रणय के सारथी तुमसे युगों से प्यार करता हूं। 

प्रलय की गर्जना भी आज हमको न रोक पायेगी,
कहां साहस है मेरी मौत भी अब लौट जायेगी।

तुम्हारे ही लिए मधुमास का संभार करता हूं। 
तेरी कलुषित घृणा का प्रेम से प्रतिकार करता हूं।
प्रणय के सारथी तुमसे युगों से प्यार करता हूं। 

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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