Sunday, February 19, 2023

पहाड़ों की सर्द हवाओं के बीच मै और तुम
गुनगुनी धूप में कड़क चाय के साथ मैं और तुम

कभी निहारते ऊंची चोटियों को या एक दूसरे को
यादों को साझा करते हए ख़ामोशी को लपेटे हुए

सुकून ढूंढते. बादलों को निहारते हुए मैं और तुम
आँचल में,हाथों में हाथ डाले चल पड़े मैं और तुम

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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