वो भी तो हैं जो
भारत दर्शन को जाते है
पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को
खराब नही करते
कुछ योगदान उनका भी है
वो भी तो हैं जो
सरकारी दफ्तरों में जाते हैं
अपना काम कराने को
टेबल के नीचे से कुछ नही देते
कुछ योगदान उनका भी है
वो भी तो हैं जो
रेलगाड़ी में सफर करते है
"सरकारी संपत्ति आपकी अपनी है"
कहकर चीजे बर्बाद नही करते
कुछ योगदान उनका भी है
वो भी तो हैं जो
अपनी गाड़ी में ही
एक कचरे का डब्बा रखते हैं
यहां वहां ना उछाल कर
अपना कचरा उसमे ही फेकते हैं
कुछ योगदान उनका भी है
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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