Friday, March 3, 2023

आ सनम दिल में तेरे प्यार के जज्बे भर दूं
कांपते अधरों पर प्यारी सी इबारत लिख दूं

बिखरी बिखरी ये लटें कह रही अफसाने कई
उलझा उलझा सा मेरा दिल है तड़पता इनमे
आ संवारु इन्हें इस मांग में तारे भर दूं
कांपते अधरों पर प्यारी सी इबारत लिख दूं

नैन बेचैन तेरे शर्म से खुलती न पलक
बंद कलियों में निकलने को तरसती ज्यों महक
आ इन्हें प्यार करुं प्यारे वो सपने भर दूं
कांपते अधरों पर प्यारी सी इबारत लिख दूं

मैं सुनूं लबसे तेरे फिर वही प्यारी सी नजम
देख लूं शर्म से गुलाबी तेरे गालोंको सनम
आ बहकते हुए अरमानों को मंजिल दे दूं
कांपते अधरों पर प्यारी सी इबारत लिख दूं

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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