Friday, April 14, 2023
सद्य स्नाता नव युवती, चहके चारों ओर।
झर-झर झरता नीर जब, दिल में उठे हिलोर।।
चटक चंद्रिका चहकी, प्रियतम चाँद चकोर।
दिशाएँ चारों चमकतीं, चाहत का ना छोर।।
दिन में दमके दामिनी, दमक-दमक दमदार।
दहके-दहके जब जिया, दिल में जगे करार।।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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