ll गीता सार ll
हे पार्थ,
तुम पिछली प्रमोशन का पश्चाताप मत करो
तुम अगली प्रमोशन की चिंता मत करो
बस अपनी चालू पोस्टिंग से ही प्रसन्न रहो
तुम जब नही थे तब भी ये कचहरी चल रहा था
तुम जब नही होंगे तब भी ये चलता रहेगा
जो काम आज तुम्हारा है
कल किसी और का था
परसो किसी और का होगा तुम इसे
अपना समझ कर मगन हो रहे हो
यही तुम्हारे समस्त दुखों का कारण है
इंसेंटिव, प्रमोशन, इंक्रीमेंट
ये शब्द अपने मन से निकाल दो
फिर तुम इस कचहरी के हो
और ये कचहरी तुम्हारी है
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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